दोस्तों, आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगें कि जल चक्र किसे कहते हैं-
प्रश्न:- जल चक्र किसे कहते हैं?
पृथ्वी पर उपलब्ध जल का एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होने तथा एक भंडार से दूसरे भंडार या एक स्थान से दूसरे स्थान पर गति करने की चक्रीय प्रक्रिया को जल चक्र कहते हैं। इसमे जल की कुल मात्रा का क्षय नही होता बल्कि रूप परिवर्तन और स्थान परिवर्तन होता है। जिससे यह प्रकृति में जल संरक्षण के सिद्धांत की व्याख्या करता है।
इस चक्र में सबसे ज्यादा उपयोग में ले जाने वाला जल रूप पानी है जो वाष्प बनाकर वायुमंडल में जाता है और संघनित होकर बादल बनता है। इसके बाद बदल के द्वारा वह ठोस या द्रव के रूप में बरसता है। हम पिघलकर पुनः में बदलता है इस तरह जल की कुल मात्रा स्थिर बनी रहती है।
यह पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र में एक भूजैवरसायन चक्र का उदाहरण है। वाष्पन तथा वाष्पोत्सर्जन द्वारा पुनः वायुमंडलीय जल वाष्प के रूप में बदल जाता है। पृथ्वी पर जल का वितरण निम्न प्रकार से है-
1. धरातलीय जल
2. वायुमंडलीय जल
3. समुद्री जल
4. भूगर्भिक जल ।
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