निश्चयवाद (Determinism) क्या है?
निश्चयवाद (Determinism) एक दार्शनिक सिद्धांत है, जिसके अनुसार ब्रह्मांड में होने वाली प्रत्येक घटना पूर्व निर्धारित (predetermined) होती है और कोई भी चीज़ स्वतंत्र इच्छा (Free Will) से नहीं होती। अर्थात्, जो कुछ भी होता है, वह पहले से तय होता है और उसे टाला नहीं जा सकता।
निश्चयवाद के प्रकार
1. कार्य-कारण निश्चयवाद (Causal Determinism)
- प्रत्येक घटना किसी कारण से घटित होती है।
- अगर सभी कारण ज्ञात हों, तो भविष्य की घटनाओं की भविष्यवाणी की जा सकती है।
- उदाहरण: न्यूटन का गति नियम – यदि किसी वस्तु की वर्तमान स्थिति और गति ज्ञात हो, तो उसकी भविष्य की गति तय मानी जा सकती है।
2. जैविक निश्चयवाद (Biological Determinism)
- व्यक्ति का व्यवहार और जीवन उसके जीन और जैविक संरचना द्वारा पूर्व निर्धारित होता है।
- उदाहरण: माता-पिता के जीन से संतान का व्यक्तित्व और बौद्धिक क्षमता प्रभावित होती है।
3. मनोवैज्ञानिक निश्चयवाद (Psychological Determinism)
- मानव के विचार और निर्णय उसके अतीत के अनुभवों और मनोवैज्ञानिक कारकों से तय होते हैं।
- उदाहरण: बचपन की परवरिश व्यक्ति के भविष्य के निर्णयों को प्रभावित करती है।
4. वैज्ञानिक निश्चयवाद (Scientific Determinism)
- यह मान्यता रखता है कि प्रकृति के सभी नियम निश्चित हैं और सबकुछ वैज्ञानिक सिद्धांतों द्वारा नियंत्रित होता है।
- उदाहरण: ग्रहों की गति, गुरुत्वाकर्षण बल, रासायनिक अभिक्रियाएँ आदि।
5. धार्मिक निश्चयवाद (Theological Determinism)
- इस सिद्धांत के अनुसार, हर घटना ईश्वर की इच्छा से होती है और पहले से तय होती है।
- कई धर्मों में भाग्यवाद (Fate) और प्रारब्ध (Destiny) जैसी अवधारणाएँ इसी से जुड़ी हैं।
निश्चयवाद बनाम स्वतंत्र इच्छा (Determinism vs. Free Will)
निश्चयवाद के अनुसार, व्यक्ति स्वतंत्र नहीं है और उसके सभी निर्णय पूर्व निर्धारित हैं। इसके विपरीत, स्वतंत्र इच्छा (Free Will) का मानना है कि व्यक्ति अपने निर्णयों के लिए पूरी तरह स्वतंत्र होता है।
मुख्य विवाद
- अगर सबकुछ पहले से तय है, तो क्या व्यक्ति नैतिक रूप से ज़िम्मेदार है?
- क्या हमें अपने कार्यों के लिए दोषी ठहराया जा सकता है, जब हमारे निर्णय पहले से तय हैं?
- अगर वैज्ञानिक रूप से सबकुछ निर्धारित है, तो क्या जीवन में कोई वास्तविक विकल्प हैं?
निश्चयवाद के समर्थक और विरोधी
समर्थक (Supporters of Determinism):
- आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) – न्यूटन के भौतिकी नियम निश्चयवाद को वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित करने की कोशिश करते हैं।
- सिगमंड फ्रायड (Sigmund Freud) – उन्होंने कहा कि व्यक्ति का व्यवहार उसके बचपन के अनुभवों और अवचेतन मन (Unconscious Mind) से प्रभावित होता है।
- बारूख स्पिनोज़ा (Baruch Spinoza) – उन्होंने कहा कि सबकुछ प्रकृति के नियमों के अनुसार पहले से तय होता है।
विरोधी (Opponents of Determinism):
- जॉन पॉल सार्त्र (Jean-Paul Sartre) – उन्होंने स्वतंत्र इच्छा (Existentialism) का समर्थन किया और कहा कि मनुष्य अपनी किस्मत खुद बनाता है।
- वर्नर हाइजेनबर्ग (Werner Heisenberg) – क्वांटम भौतिकी के अनिश्चितता सिद्धांत (Uncertainty Principle) ने यह दिखाया कि सबकुछ पहले से तय नहीं होता।
निष्कर्ष
निश्चयवाद यह सिद्ध करता है कि ब्रह्मांड में सबकुछ कारण-परिणाम (Cause-Effect) के नियमों के अनुसार चलता है और हमारे निर्णय, विचार, तथा कार्य पहले से तय होते हैं। लेकिन आधुनिक विज्ञान और दर्शनशास्त्र में इस पर बहस जारी है कि क्या वास्तव में सबकुछ तय है या स्वतंत्र इच्छा भी मौजूद है।
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