भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय कौन सा है? ( Bharat Ka sabse bada Sangrahalaya kaun sa hai?)

भारतीय संग्रहालय: भारत का प्राचीन और विशाल सांस्कृतिक खजाना


भारतीय संग्रहालय भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण है। कोलकाता में स्थित यह संग्रहालय, न केवल भारत में बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी सबसे बड़ा और सबसे पुराना संग्रहालय है। इसकी स्थापना 1814 में की गई थी, और यह पुरातत्व, मानव विज्ञान, और कला के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण संग्रह प्रस्तुत करता है।


भारतीय संग्रहालय का ऐतिहासिक महत्व


भारतीय संग्रहालय की स्थापना बंगाल की एशियाटिक सोसाइटी द्वारा की गई थी, और इसके संस्थापक क्यूरेटर नाथानील वॉलिच थे, जो एक डेनिश वनस्पति विज्ञानी थे। इस संग्रहालय का उद्देश्य मानव निर्मित और प्राकृतिक वस्तुओं का संग्रह और संरक्षण था। आज, यह संग्रहालय भारतीय उपमहाद्वीप की सांस्कृतिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों का महत्वपूर्ण प्रतीक बन चुका है।


संग्रहालय की संरचना और संग्रह


भारतीय संग्रहालय के संग्रह को तीन मुख्य पंखों में बांटा गया है:

1. पुरातत्व: यहां प्राचीन वस्तुएं, मूर्तियां और ऐतिहासिक वस्तुएं रखी जाती हैं।

2. मानव विज्ञान: इसमें मानव जाति के विकास और संस्कृति से संबंधित वस्तुएं शामिल हैं।

3. कला: इस पंख में भारतीय और विदेशी कला के अद्वितीय नमूने प्रदर्शित किए जाते हैं।


इनके अतिरिक्त, संग्रहालय के पास जूलॉजिकल, बॉटनिकल, और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के संग्रह भी हैं। 


प्रमुख प्रदर्शनी और विशेष संग्रह


भारतीय संग्रहालय में कई महत्वपूर्ण प्रदर्शनी आयोजित की जाती हैं, जैसे:

"जोड़ासाँको ठाकुर हे रवींद्रनाथ": रवींद्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती पर आयोजित एक विशेष प्रदर्शनी।

"संगीत उपकरण राजा सर Sourindro मोहन टैगोर द्वारा दान": संगीत वाद्ययंत्रों पर आधारित प्रदर्शनी।

"Shakti Rupena: भारतीय कला में देवी मां": भारतीय कला में देवी मां की विविधता को दर्शाने वाली प्रदर्शनी।


भारतीय संग्रहालय का महत्व और भविष्य


भारतीय संग्रहालय न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह आज भी सांस्कृतिक और वैज्ञानिक अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र है। यह भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची में राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में शामिल है और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त संगठन है।


इसकी निरंतर गतिविधियाँ और विविध प्रदर्शनी न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करती हैं, बल्कि इसे विश्वभर में प्रमुखता भी प्रदान करती हैं।

निष्कर्ष: 

भारतीय संग्रहालय, कोलकाता, अपने विशाल और विविध संग्रह के साथ, भारतीय और वैश्विक सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका ऐतिहासिक महत्व और भविष्य की दिशा इसे सांस्कृतिक संरक्षण और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाती है। 


यदि आप भारतीय संस्कृति और इतिहास में रुचि रखते हैं, तो भारतीय संग्रहालय की एक यात्रा अवश्य करें और इसके अद्वितीय और ऐतिहासिक संग्रह का आनंद लें।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ