सोवियत संघ में सामूहिक कृषि को कहा जाता है ( Soviyat Sangh Mein Samuhik Krishi )

सोवियत संघ में सामूहिक कृषि को कोलखोज नाम से जाना जाता है।

सोवियत कृषि को आधुनिक बनाना सामूहिक कृषि का महत्वपूर्ण महत्व है। इसके अन्य महत्व है भूमि को ऐसे टुकड़ों में बांटना ताकि आधुनिक तकनीकी से खेती की जा सके तथा कृषि उत्पादन बढ़ाना इसके प्रमुख उद्देश्य हैं। 

कोलखोज की ख़ासियत- 

• यह एक सरकारी कृषि उद्यम है।

• इस प्रकार की कृषि में कई परिवार के किस सामूहिक रूप से कार्य करते हैं। 

• इस कृषि में सभी किसान अपने संसाधनों को एक दूसरे से शेयर करते हैं। 

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