CBSE। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं अब करीब है। जिससे सीबीएसई की तैयारियां अपनी तेजी पर हैं। सीबीएसई बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को सुधारने के लिए मूल्यांकन में महत्वपूर्ण विस्तार किया है। सीबीएसई ने कहा कि मूल्यांकन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक शिक्षक प्रतिदिन मात्र 20 उत्तर पुस्तिका की जांच करेगा। इस हिसाब से अब एक शिक्षक प्रति घंटे केवल 3 पुस्तिकाएं ही जांच कर सकता है। इससे मूल्यांकन में गुणवत्ता बढ़ेगी।
साथ में यह भी कहा गया कि दसवीं कक्षा के विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान में योग्यता रखने वाले पीजीटी व टीजीटी शिक्षकों से तथा भूगोल, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास विषयों में योग्यता रखने वाले पीजीटी शिक्षकों से कराई जाएगी। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि मूल्यांकन को सुधारने के लिए इस वर्ष मूल्यांकन शुरू होने से पूर्व वही संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया जाए तथा उन्हें उनकी जिम्मेदारियां से परिचित किया जाए। सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से प्रारंभ हो रही है।
अन्य विषयों के लिए 25 उत्तर पुस्तिकाएं
मूल्यांकन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मूल्यांकन की जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या मुख्य विषयों के लिए 20 तथा अन्य सभी विषयों के लिए 25 निर्धारित की गई है। बोर्ड ने इसके लिए सख्त कदम उठाए हैं वह एक सहायक नियुक्त करेगा, जो यह जज करेगा कि सभी शिक्षक उतने ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर रहे हैं जितना निर्धारित किया गया है। मूल्यांकन का कार्य हफ्ते में 6 दिन होगा जिसमें रविवार को उनकी छुट्टी होगी। बोर्ड ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक की जाएगी। उन्हें उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 8 घंटे के अंदर करना है। शिक्षकों को निर्धारित समय से पहले मूल्यांकन केंद्र छोड़ने की इजाजत नहीं होगी।
0 टिप्पणियाँ