दोस्तों आज का यह लेख बहुत ही इंपॉर्टेंट होने वाला है आज के इस लेख में मैं आप सभी को विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) के बारे में बताने वाला हूं। आज हम इस लेख के माध्यम से विश्व व्यापार संगठन तथा उसके संरचना, उद्देश्य, कार्य तथा लाभ, विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कहां पर हुई थी आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं विश्व व्यापार संगठन क्या है तथा इसका मुख्यालय कहां पर है-
विश्व व्यापार संगठन क्या है? (World Trade Organization in Hindi)
विश्व व्यापार संगठन एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसका लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का उदारीकरण है। इस व्यापार से संबंधित नियमों को निर्धारित और प्रतिष्ठित करने के लिए विकसित देशों की पहल पर शुरू किया गया था। आधिकारिक रूप से इसका संचालन 1 जनवरी 1995 को, 1994 के मारकेश सहमति के अनुसार शुरू हुआ। इसने 1948 में स्थापित प्रशुल्क और व्यापार पर सामान्य सहमति की जगह ली। विश्व व्यापार संगठन दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संगठन है जिसमें 164 सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व शामिल है। वैश्विक व्यापार और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का यहां 98% से भी अधिक है।
विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है। मंत्री स्तरीय सम्मेलन के द्वारा शीर्ष निर्णय लिया जाता है। जो सभी सदस्य राज्यों से बना है। विश्व व्यापार संगठन का वार्षिक आय व्यय लगभग 220 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। जिसका योगदान सदस्यों द्वारा उनके अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अनुपात के आधार पर दिया जाता है।
विश्व व्यापार संगठन की संरचना
विश्व व्यापार संगठन की मूल संरचना कुछ इस प्रकार से है-
मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (Ministerial Council)
यह विश्व व्यापार संगठन का शासी निकाय है। यह इस संगठन की रणनीतिक दिशा तय करने और अपने अधिकार क्षेत्र के तहत समझौतों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होता है।
सामान्य कॉउन्सिल (General Council)
व्यापार में ज्यादातर मामलों का फैसला सामान्य काउंसिल के द्वारा ही किया जाता है।
व्यापार नीति समीक्षा निकाय (The Trade Policy Review Body)
इसका काम उरुग्वे राउंड के बाद बने व्यापार नीति समीक्षा तंत्र की देखरेख करना है।
विवाद निपटान निकाय (Dispute Settlement Body)
जब किन्हीं दो देशों के बीच व्यापार संबंधी कोई विवाद होता है तो वह इस निकाय के सामने अपील कर न्याय मांगते हैं।
वस्तुओं एवं सेवाओं में व्यापार पर परिषद (The Councils on Trade in Goods and Trade in Services)
यह वस्तुओं और सेवाओं में व्यापार पर हुए आम एवं विशेष समझौतों के विवरण की समीक्षा के लिए तंत्र है।
विश्व व्यापार संगठन के उद्देश्य
विश्व व्यापार संगठन के समझौते काफी लंबे और जटिल किस्म के होते हैं। क्योंकि इनका कानूनी पाठ होता है तथा यह गतिविधियों की व्यापक रेंज को भी कवर करते हैं। इसके निम्नलिखित उद्देश्य है-
विभिन्न देशों को अपने व्यापारिक भागीदारों के बीच भेदभाव बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापार बाधावो को कम करना चाहिए।
विभिन्न निकायों द्वारा व्यापार बाधाओ को मनमानी ढंग से ना बढ़ाया जाए इस बात का ख्याल रखना।
विभिन्न अनुच्छेद प्रथाओं को हतोत्साहित करना भी विश्व व्यापार संगठन का उद्देश्य है।
पर्यावरण संतुलित रखना भी इसका प्रमुख उद्देश्य है।
विश्व व्यापार संगठन के कार्य
विश्व व्यापार संगठन (WTO) का मुख्य कार्य विश्वभर में व्यापार निर्देशन, निगरानी, और समझौतों को संबोधित करना है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार सुधार, विपरीतता निराकरण, और व्यापार में सामाजिक और आर्थिक समानता सुनिश्चित करना है। WTO के सदस्य देशों के बीच वाणिज्यिक समझौतों को निगरानी करना और विवादों का समाधान करना भी इसका हिस्सा है।
विश्व व्यापार संगठन के लाभ
1. इससे लागत में कटौती तथा जीवन स्तर में सुधार होता है।
2. यह विवादों को निपटने और व्यापार तनाव में कमी करता है।
3. यह आर्थिक विकास और रोजगार को प्रोत्साहित करता है।
4. यह प्रोत्साहित सुशासन का कार्य करता है।
5. यह देश के विकास में मदद करता है।
6. यहां पर्यावरण और स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
FAQ- विश्व व्यापार संगठन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न:- WTO का एक पूरा नाम क्या है?
WTO का पूरा नाम वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन है। जिसे हिंदी में विश्व व्यापार संगठन कहते हैं।
प्रश्न:- विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई?
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना 1 जनवरी 1995 को हुई थी।
प्रश्न:- विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कहां पर हुई थी?
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना जिनेवा, स्विट्जरलैंड में हुई थी।
प्रश्न:- विश्व व्यापार संगठन में वर्तमान में कुल कितने देश शामिल हैं?
विश्व व्यापार संगठन में वर्तमान में कुल 164 देश शामिल है।
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