प्रश्न:- कामायनी किस युग की रचना है?
उत्तर:- कामायनी हिंदी भाषा का एक महत्वपूर्ण महाकाव्य है। जिसको जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखा गया है। कामायनी आधुनिक छायावाद युग की रचना है। जयशंकर प्रसाद की यहां अंतिम काव्य रचना 1936 ईस्वी में प्रकाशित हुई। इसमे कुल 92 पृष्ठ है।
कला की दृष्टि से कामायनी, छायावादी काव्यकला का उत्कृष्टतम प्रतीक माना जा सकता है। कामायनी कुल 15 सर्गो का महाकाव्य है। जो निम्नलिखित हैं-
1. चिंता
2. आशा
3. श्रद्धा
4. काम
5. वासना
6. लज्जा
7. कर्म
8. ईर्ष्या
9. इड़ा ( तर्क/बुद्धि)
10. स्वप्न
11. संघर्ष
12. निर्वेद (त्याग)
13. दर्शन
14. रहस्य
15. आनंद ।
डॉ नगेंद्र ने कामायनी को मानव चेतना के विकास का महाकाव्य कहा है।
0 टिप्पणियाँ